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Pehli Pyar : पहली प्यार

[2:01 pm, 29/07/2023]

पहली नजर में प्यार होगया
तुमको देख बिना रहे नही पाया ,
अब क्या करू में
तुम बता दो मुझे ,

तेरी वो मुस्कृरात चेहरा
मुझे कर दिया है प्यार में भौंरा ,
तेरी वो नीले नीले आंखें
जैसा लग रहा है सागर का लहर ,
तेरी वो कोमल जैसा बातें
जैसे लग रहा है बारिश का बूंदे ,

मोहब्बत होगेई है तुमसे
मेरा मन नहीं लग रहा है किसिसे ,
अब क्या करू में
तुम बता दो मुझे ,

खाने हो या सोने किसीसे मन नही लग रह है
तेरे लिए ये दिल कुछ कुछ होता है ,
तुझको कैसे बताऊं में
तेरे आगे सब कुछ भूल जाता हूं में ,
जैसा देखा था सपनो में
तू वैसे है सच में ,

लग रहा है तू राजनंदनी
तू मेरा सपनो की वोही चांदनी ,
मेरी साँस में तू है
मेरी हर बात में तू है ,
अब क्या करू में
तुम बता दो मुझे ,

तेरी धीमी धीमी चली से में हो जाता हूं पिघल
तू ऐसी तैसी लड़की नही तेरे लिए सब पागल ,
तुझे होगई है मोहब्बत
कैसे बताऊं तुझे मेरी मन की बात ,
फूल की जैसा प्यारी हो
तुम तो सबसे खूबसूरत हो ,

रात को नींद नही आ रहा है तेरे लिए
सुभा जल्दी उठ जाता हूं तुझे देखने केलिए ,
डर लगता है वो नही चल जायेगा
उसके बिना में कैसे रहे पाऊंगा ,
अब क्या करू में
तुम बता दो मुझे ,

पहली बार किसीसे मुझे प्यार हुआ है
सारी दुनिया मुझे प्यारी लग रहा है ,
तेरे पास जाने से मेरा HEART BEAT बढ़ जाता है
तेरी छूना से मेरी सांसों रुक जाता है ,
ऐसे क्या है तेरे अंदर
तेरे लिए में पार कर सकता हूं सात समंदर ,
अब क्या करू में
तुम बता दो मुझे ,

Writter – Pranav

1 thought on “Pehli Pyar : पहली प्यार”

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