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Poverty : गरीबी – में एक गरीब हूं

दुनिया में सबसे बड़ा पाप
वो है गरीब होना ,
वोही पाप जो मैने किया है
गरीब हो कर पैदा हुआ हूं ,
ऐसे जगह जन्म हुआ है मेरा
किसीको कुछ बोल नहीं पा रहा हूं ,
इसमें दोष भी किसीको दे नही सकता हूं
ये मेरा नसीब है जनाब ।।।।

गरीबी को दूर करने केलिए
कोशिश करू तो कैसे करू ,
कोशिश की चक्कर में
यहां रोज का रोटी भी बंद होजाएगा जनाब ।।।।

है खुदा ये गरीबी किसीको ना दे
गरीबी हो कर बचना बहुत कठिन यार ,
जो गरीब है उसको पता है
गरीब क्या चीज है यार ,
लोग जितना खाना फिकते हैं
गरीब उसकी जिंदगी में उतना
खाना देखा नही है जनाब ।।।।

मानव का शैली अलग है अमीर ,गरीब
लेकिन शरीर तो मानव का है ना
क्या गरीब को भोक नही लगता ,
कचड़ा कपड़ा पहने का किसका मन है
क्या गरीब को गंदा नही लगता ,
वो भी तो इंसान है
लेकिन वो क्या कर सकता है
वक्त की साथ उसे भी चलना है ना ,

गरीब अशिक्षित नही होता है
गरीब अभाबी होता है ,
गरीब के पास कपड़ा ,घर ,खाना ,पैसा
ये सब नही हो सकता है ,
लेकिन दूसरे लोग की तरह
पैसे केलिए लड़ते नही है जनाब ।।।।

गरीब की दिल बड़ा होता है ,
खुद की पास जितना होता है
उसमे भी जरूरत लोग को
सहायता करता है ,
खुद भोका रहे लेगा
उसकी सामने जो भोका होगा
उसको खुद की खाना दे देगा ,

 

भगवान ऐसे क्यों गढ़ा है
अमीर के पास धन है
लेकिन मन नही है ,
गरीब के पास धन तो नहीं है
लेकिन दूसरे केलिए साफ मन है ,

संसार में सभी को
खुशी में रहने केलिए इच्छा हैं ,
लेकिन ये कैसा पाप किया है गरीब
जो चाहे वो इच्छा से
कर नही सकता है गरीब ,

क्या गरीब इतना बड़ा पाप किया है
बड़ा घर तो क्या 3 वक्त भी
खाने नही खा सकता है ,
जो संसार में सब कुछ सहे सकता है
वो है गरीब , जनाब ।।।।

लोग की पास सब कुछ हैं
लेकिन वो दूसरे दूसरे से जलन होते हैं ,
यहां देखो गरीब को
गरीब के पास कुछ नही है
फिर भी वो लोग की पास इतना देख कर
कभी जलन नही होता है ,
ये है गरीब का पहचान , जनाब ।।।।

लोग की सुभा ,साम ,रात होता है
सारी दिन को लोग महसूस करते हैं ,
लेकिन एक गरीब केलिए महसूस कुछ होता नहीं है ,
गरीब केलिए सुभा हो या साम ,साम हो या रात
उसकेलिए कुछ फरक नही पड़ता है ,
उसको मालूम है सारी दिन ऐसे चला जायेगा
लेकिन कुछ नही बदलेगा ,
वो वोही 3 वक्त रोटी केलिए तराशायेगा ,

गरीब की जिंदगी इतना आसान नहीं होता है ,
एक बार आसमान की नीचे
खोला रास्ते की पास सो कर देखिए
मालूम होजाएगा जिंदगी इतना आसान नहीं है ,

क्या गरीब का तबियत खराब होता नहीं है ,
गरीब हो तो क्या हुआ
वो तो एक इंसान है ना ,
दो पैर ,दो हाथ ,दो आंख है
तबियत खराब होता है तो
वो क्या कर सकता है ,
वो सब कुछ भगवान की ऊपर छोड़ देता है ,
भगवान चाहेंगे तो वो बचेगा
भगवान नही चाहेंगे तो वो जायेगा ,

गरीबी है तो पैसा नही है
वो कैसे बचेगा ,
यहां जिसके पास पैसा है वो बचेगा
यहां गरीब का स्थान नही होता है ,
ये कैसा विचार है भगवान आपका
जिसके पास पैसा है
वो पैसा ले रहा है ,
जिसके पास पैसा नही है
वो मर रहा है ,

ऐसे चलेगा संसार ,जनाब
संसार में गरीबी कभी भी नही हटेगा ,जनाब
गरीबी कैसे हटेगा ,जनाब
अमीर लोग फिर किसके ऊपर
उनका पराक्रम जाहिर करेंगे ,जनाब

ये है एक गरीब का कहानी ,जनाब ।।।।

Writter-Pranav

1 thought on “Poverty : गरीबी – में एक गरीब हूं”

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