जिसको भी देखो भगवान केलिए किसके पास समय नहीं है । सेलफिश दुनिया जब खुद का कुछ काम नही पड़ता है तब तक भगवान के पास नही जाता है । सिर्फ प्रोब्लम के समय भगवान याद आते हैं ।
कभी पूछा है भगवान आप भी अच्छे से रहिए । में ये नही बोल रहा हूं ,हर समय भगवान का आराधना करो । ये नही है की भगवान को आराधना करने से भगवान आपको शक्ति दे देंगे और आपका सब कुछ ठीक होजाएगा ।
मंदिर जाने से मन सांती लगता है ,क्यूं की वहां सांती का परिवेश है । मन सांती रहेगा तो सब काम भी अच्छे से होगा ।
वो नही बोल रहा हूं की आप सब काम छोड़ कर पूजा आराधना करिए । पूजा करोगे तो आपका काम कोन करेगा । भगवान का याद करिए मन सांती रहेगा ।
Exam देने से पहले बचा भगवान को याद करता है ,क्यों की exam के समय उसका दिमाग exam केलिए एकाग्रता रहे ।
वैसे नही भगवान को याद करने से ज्यादा लिखेगा । जैसा कर्म करता होगा वैसे ही पाएगा । भगवान यहां हमको भेजे हैं कर्म करने केलिए । भगवान तो एक धारा है ,
हमारे सभी का दिमाग को एकाग्रता करने केलिए ।
मंदिर जाने से हमारा दिमाग क्यों अच्छा हो जाता है । मंदिर के बाहर जो करते है ,मंदिर की अंदर में नही कर सकते । क्यों की यहां भगवान है , भगवान एक धारा है ।