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बिस्वास-A short story

साम और राम दोनो दोस्त थे ,इन दोनो की दोस्त को देखकर सब लोग जलते थे | ये दोनो को दोस्ती इतना था भारी दोनो एक साथ दिन में तो रहते थे लेकिन रात में एक साथ सोते भी थे | राम की गांव साम की गांव से 2 km दूर है | राम और साम दोनो स्कूल समय से दोस्त है | दोनो दोनो को छोड़ कर नही रहे पाएंगे | दोनो दोनो केलिए जान भी देने केलिए मना नही करेंगे | ऐसे दिन बीत गया ,स्कूल खतम होने की कॉलेज भी खतम होगया | अब दोनो की परिवार लोग दोनो को कहते हैं कुछ रोजगार तो कर | लेकिन ये दोनो तो दोनो से दूर रहे नही पाएंगे फिर रोजगार करने केलिए दूर कैसे रहेंगे |

ऐसे ही घरवाले बोलते रहे लेकिन राम और साम दोनो किसका बात को इतना महत्पूर्ण नही समझे | दोनो इतना क्लोज थे की दोनो बोल रहे थे शादी नही करेंगे ,शादी करेंगे तो एक ही लड़की से शादी करेंगे और दोनो पास रहेंगे | घरवाले बोल बोल कर परीशान होगाए लेकिन राम और साम को कुछ फरक नही पडा |

एक दिन राम और साम दोनो नदिया की पास बैठे थे | राम ने बोला साम घरवाले हमको इतना बोलते है लेकिन हम उनकी बात को खातिर नही करते है | साम ने बोला ह भाई  हमारी भी समय होगया है कुछ रोजगार करने का नही तो कितने दिन घर की ऊपर निर्भर हो कर रहेंगे | राम ने बोला भाई चल हम दोनो रोजगार करने केलिए एक साथ सहर जाते है ,हम दोनो पास रहेंगे और रोजगार भी करेंगे | साम भी खुस हो कर बोला सही बोला है तू भाई | दोनो साम को घर को आ कर घरवाले को बोले हम दोनो कल सहर जाते है रोजगार करने केलिए |

ये बात सुन कर दोनो को घरवाले दोनो को देख कर रहे गए | दोनो की घरवाले ने बोले हमको यकीन नही हो रहा है तुम दोनो रोजगार करने केलिए सहर जाने केलिए राजी होगए | साम ने बोला इसमें क्या है हम दोनो पास में रहेंगे और काम करेंगे | दोनो की घरवाले खुशी से रोने लगे ,दोनो पहली बार घर छोड़ कर सहर जा रहे है | सुभा हुआ और साम ,राम दोनो गांव छोड़ कर सहर गए |

अब दोनो सहर में ,राम ने साम को बोला भाई इतना बड़ा सहर में क्या हमको काम मिलेगा | साम ने बोला ह भाई सहर में तो काम मिलजाएग लेकिन काम कैसे ढूंढेंगे ,यहां तो हमारे कोई पहचान में नही है | राम और साम दोनो दोबिधा में पड़ गए कैसे काम धुंडेंगे |

ऐसे दोनो काम ढूंढते रहे,कुछ समय बाद एक 30 साल का आदमी राम और साम की पास आया | और वो 30 साल की आदमी ने राम और साम को बोला क्या हुआ है आप दोनो को इतना परीशान लग रहे हो | राम ने वो 30 साल आदमी को बोला नही कुछ नही लेकिन साम ने चुप से राम को बोला भाई इसको सच बता देते है सैयद हमारे काम में आजायेगा |

 

राम और साम ने सारे बात बोले ,सारे बात सुने की बाद वो 30 साल का आदमी ने बोला ये बात मुझे छुपा रहे थे | राम और साम थोड़ा अजीब से वो आदमी को पूछे क्या आप हमको कोई काम दे सकते | वो अनजान आदमी ने बोला इसमें कहने को क्या बात है में आपको अच्छी काम दे सकता हूं | ये बात सुन कर राम और साम बहुत ही खुशी होगए | वो अनजान आदमी ने बोला मेरा नाम राजीव और आप दोनो की नाम क्या है | राम और साम ने बोले हमारे नाम राम और साम |

 

राजीव ने बोला ठीक है लेकिन आप दोनो कितने पढ़े लिखे हो | राम और साम बोले हम दोनो BA तक पढ़े है | राजीव ने बोला अच्छे बात है आप दोनो को अच्छे नौकरी दूंगा | राम और साम दोनो बहुत ही खुशी होगए | कुछ समय बाद राजीव ने राम और साम को उसके साथ लेगया दोनो को नौकरी देने केलिए |

 

राम और साम ने देखे एक बड़ा फैक्ट्री जैसा घर है लेकिन वहां कोई भी नही है , राम साम और राजीव की अलावा | राम और साम दोनो थोड़ा डर गए और राजीव को पूछे सर यहां तो कोई नही है | राजीव ने बोला मेरा जो मालिक है उनका सारे दुनिया में काम चल रहा है ,कहां ज्यादा लोग है तो कहां कम,ये फैक्ट्री नया है तुम दोनो यहां काम करोगे धीरे धीरे और भी लोग आएंगे काम करने केलिए | राम ने साम को चुप से बोला भाई भाई हमको तो काम चाहिए वो तो मिल गया यहां लोग है या नही हमको क्या जाता है | राजीव ने बोला में 30,000 महीना दूंगा | राम और साम पहली बार इतनी पैसा रोजगार करेंगे इसलिए वो दोनो बहुत खुशी होगए | राम ने साम को फिर धीरे से बोला भाई 30,000 महीना दोनो को 60,000 साम भी खुशी होगया | और दोनो राम साम वहां काम करने केलिए राजी होगए |

 

राम ने राजीव को बोला सर काम क्या करना है हमको ,राजीव ने बोला तुम दोनो से किसीको ट्रक चलाना आता है | साम ने बोला हम दोनो को आता है,राजीव ने बोला बहुत बढ़िया | राजीव ने बोला राम और साम को यहां जो भी प्रोडक्ट मॉल पैकिंग होकर आयेगा उसको तुम दोनो को जब जहां बोलूंगा तब वहां ट्रक से लेकर रख कर आ जाना है | राम और साम ने बोले ये काम है कोई बात नही सर आप फिकर मत करो आपकी काम अच्छे से हो जाएगा | राजीव भी खुशी होकर साम और राम को वहां बोला तुम दोनो आज से यहां रुको यहां सब कुछ है रहने केलिए | वो रात राम और साम वहां रुके |

 

सुभा हुआ साम ने जब उठा तो वो देखा एक ट्रक वहां है | साम ने राम को उठाया दोनो खुशी होगए ,वो ट्रक में प्रोडक्ट मॉल पैकिंग हो कर था | तब राजीव का कॉल आया और राजीव ने बोला राम को तुम दोनो अब वो ट्रक को ले कर सहर की बाहर जाओ और में कॉल करके बताऊंगा कहां रखना है | राम और साम दोनो तैयार हो कर ट्रक को लेकर निकल पड़े सहर की बाहर |

 

रास्ते में पुलिस गाड़ी चेकिंग कर रहा था ,तब राहुल ने बोला साम को भाई अब क्या करेंगे हमारे पास तो ट्रक की लाइसेंस नही है | राम ने राजीव को कॉल किया राजीव ने बोला तुम दोनो का लाइसेंस गाड़ी की सीट को अंदर है देख लो | साम और राम दोनो खुशी होगए और लाइसेंस को भी सीट की अंदर से निकले | पुलिस जब लाइसेंस मांगा तो राम ने वो लाइसेंस दिया पुलिस को | पुलिस ने गुस्से से बोला क्या मुझे उल्लू समझ रहे हो ये नकली लाइसेंस दे कर | ये बात सुन कर राम और साम दोनो घबरा गए ,और राम ने राजीव को कॉल किया लेकिन राजीव का फोन और नही लगा | दोनो साम और राम बहुत परीशान होगए तब पुलिस ने राम और साम को बोला तुम दोनो यहां रास्ते पुलिस की गाड़ी में बैठो हम तुम्हारे गाड़ी चेक करते है |

 

पुलिस जब राम और साम की ट्रक चेक किया तो उसमे सिर्फ प्रोडक्ट मॉल पैकिंग था ,लेकिन एक पुलिस को थोड़ा डाउट हुआ वो पैकिंग मॉल की अंदर अजीब सी बदबू आ रहा था | तब वो पुलिस ने पैकिंग को फाड़ कर देखा तो उसकी दिमाग हिल गया | वो पुलिस ने सारे पुलिस ऑफिसर को बुलाया और दिखाया | वो प्रोडक्ट मॉल पैकिंग की अंदर किसका लाश का शर था | तब पुलिस ने सारे मॉल पैकिंग फाड़ कर देखा तो 10 पैकिंग मॉल में 10 लाश को शर था |

 

पुलिस ने राम और साम को ट्रक की पास ला कर वो शर को दिखाया ,शर को देखने को बाद दोनो राम और साम दोनो ही चकित होगए | राम और साम दोनो बिस्वास भी कर नही पाए वो ये शर को सहर को बाहर ले जा रहे थे | राम और साम की बात को पुलिस बिस्वास नही करा पुलिस ने राम और साम को कस्टडी में ले गया |

 

अगले दिन राम और साम दोनो को पुलिस ने कोर्ट फॉरवर्ड कर दिया | राम और साम की पास कोई सबूत भी नही था जो वो कोर्ट में रख सकते है | राम और साम दोनो बहुत ही रो रहे थे | कोई सबूत नहीं मिलने पर राम और साम दोनो को अजीबन कायदी होने पड़ा |

 

इसलिए कहते है किसी अनजान लोग को बिस्वास मत करिए |

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