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Dosti : दोस्ती

नेहा और स्नेहा दोनो बचपन का दोस्त है ,दोनो बहुत ही क्लोज है ,दोनो एक ही कॉलोनी से रहते थे | दोनो कभी किसीको किसका परीशानिया नही छुपाते थे | दोनो दोनो की तकलीफ को दोनो मिल कर सुझा देते थे | अभी दोनो 9th क्लास का स्टीडेंट्स है | दोनो पढ़ाई में भी दोनो तेज थे ,नेहा और स्नेहा की दोस्ती देख कर क्लास की सारे बचे उनसे जलन होते थे | लेकिन स्नेहा और नेहा को कोई क्या बोलता है कुछ फरक नही पड़ता था | हर दिन की तरह हस खुशी में आज क्लास आए नेहा और स्नेहा | कुछ समय बाद 9th क्लास में एक लड़का प्रवेश करता है |

वो लड़का दिखने में हाई एंड हैंडसम था ,क्लास की सारे लड़की तो वो लड़का को देख कर रहे गए | तब क्लास की टीचर को प्रवेश होता है | टीचर सारे स्टूडेंट्स के सामने क्लास में बोलते है ये लड़का राज है ,ये आज से हमारे स्कूल में पढ़ेगा | राज को टीचर आगे बैठने केलिए बोले | और क्लास भी खतम होगया ,सारे लड़किया राज को देखते रहे |

राज किसीको भाऊ नही दे रहा था ,सिर्फ राज उसकी किताब की ऊपर चाहता था | तब स्नेहा ने नेहा को बोला ये लड़का कितना भाऊ खा रहा है ,सारे लड़की उसको देख रहे है लेकिन वो चाहता भी नही है | नेहा ने स्नेहा को बोला नया नया आया है तो थोड़ा डर कर रहता होगा | स्नेहा ने बोला सही है नेहा ये बात तो है |

स्नेहा ने नेहा को बोला चल उसके साथ बात करते है | नेहा ने बोला नही नही तुझे क्या वो पसंद आया है क्या | स्नेहा ने बोला नही तो मुझे वो क्यों पसंद आयेगा | नेहा ने बोला तो ठीक है यहां चुप चाप बैठ दूसरा क्लास अभी शुरू होगा | स्नेहा ने और कुछ नही बोला चुप चाप बैठा और राज को देखता रहा कुछ समय बाद दूसरी क्लास खतम होगया |

ऐसे ही दिन बीत गया ,लेकिन स्नेहा ने राज को पसंद करता था | एक दिन जब नेहा ने स्नेहा को स्कूल जाने केलिए उसकी घर गया उसको बुलाने केलिए तब स्नेहा को मां ने बोले वो तो स्कूल चला गया है | नेहा ने सोचा ऐसे कैसे हो सकता है स्नेहा मेरे अल्वा अकेला स्कूल कैसे गया | थोड़ी देर बाद नेहा स्कूल में पहुँच कर स्नेहा को बोला तू आज कैसे मेरे अल्वा अकेला स्कूल आगया | स्नेहा ने मुस्कुराके बोला आरे मुझे लगा तू चला गया है इसलिए चला आया | नेहा ने बोला आज क्या पहली बार तुझे बुलाने के लिए तेरे घर गया था | स्नेहा ने मुस्कुराके बोला छोड़ ना तू नेहा ,क्लास कर अभी |

 

स्नेहा की बात से नेहा को कुछ गड़बड़ लग रहा था | नेहा ने चुप चाप सिर्फ स्नेहा को देखने लगा | इंग्लिश का क्लास हो रहा है तब नेहा ने देखा स्नेहा राज को छुप छुप कर देख रहा है और राज भी छुपाके से स्नेहा को देख रहा है | नेहा को तो आश्चर्य लगा जो राज लड़की को देख नही रहा था वो कैसे स्नेहा को देख कर ऐसे मुस्कुराता है | नेहा को कुछ अच्छा नही लगा ,और नेहा जानबूझकर चुप चाप क्लास में बैठा रहा |

 

क्लास खतम हुआ और स्नेहा और नेहा हर दिन की तरह घर जा रहे थे तब नेहा ने स्नेहा को बोला तुझे एक बात बोलूं | स्नेहा ने बोला तुझे आज क्या होगया है तू मुझे पूछ रहा है एक बात बोलूं ,ठीक है बोल क्या बात है | नेहा ने बोला तू मुझे कुछ छुपाता तो नही रहा है | स्नेहा ने नेहा को बोला तुझे बात छुपाई ऐसे कोई बात नही है | नेहा ने बोला तो फिर वो राज तुझे देख कर मुस्कुराता क्यों था |

स्नेहा ने बोला अच्छा इसलिए तुझे इतना गुस्सा ,मुझे लगा था की तू खुशी होगी की मुझे राज देखता था और में भी | नेहा ने बोला क्या ये क्या बोल रहा है तू स्नेहा | स्नेहा ने बोला में राज को प्यार करता हूं | ये बात सुन कर नेहा ने स्नेहा को बोला स्नेहा ये ज्यादा नही हो रहा है क्या | स्नेहा गुस्सा से नेहा को बोला सारे क्लास की लड़किया राज को देखते थे लेकिन राज किसीको देखता नही था ,लेकिन अब राज मुझे प्यार करता है तू सुने की बाद खुशी नही है | नेहा ने स्नेहा को बोला नही ऐसे बात नही है में क्यों खुशी नही हूंगा लेकिन इतना जल्दी ये सब ठीक नही है ,वो लड़का की बारे में तू क्या जनता है ,कुछ दिन समय ले , इतना जल्दी किसीको बिस्वास मत कर | स्नेहा ने बोला बास नेहा बहुत होगया मुझे लगा था तू अकेला जो है क्लास में हमारे प्यार की बारे में सुन ने की बाद भी मुझे सपोर्ट करेगा लेकिन तू त जलन अब से हो रहा है |

 

नेहा ने स्नेहा को बोला तू ये क्या बोल रहा है में जलन होता हूं ,में तेरा अच्छाई की बारे में सोचता हूं ,जो हम दोनो बचपन से दोनो केलिए करते आ रहे है | स्नेहा ने बोला वो बचपन था अभी हम दोनो बड़े होगए है ,तू सुन तुझे खुशी नही है हमारे प्यार में तो कोई बात नही लेकिन प्लीज हमारे प्यार में तंग मात उड़ना | ये बात बोल कर स्नेहा ने वहां से चला गया ,नेहा रो रहा था |

 

NEXT DAY :-

नेहा सब कुछ बात भूल कर हर दिन की तरह स्नेहा को बुलाने केलिए उसकी घर गया | लेकिन आज भी स्नेहा पहले से स्कूल चला गया है | नेहा को अच्छा नही लगा और नेहा अकेला स्कूल गया | नेहा और स्नेहा क्लास में पास पास बैठते थे लेकिन नेहा देखा आज स्नेहा दूसरे एक लड़की की पास बैठा है | नेहा को स्नेहा नही देख रहा था ,नेहा ऐसे ही उदास हो कर क्लास में बैठा | क्लास में सारे स्टूडेंट्स ये देख कर हैरान होगए की स्नेहा और नेहा पहली बार अलग अलग हो कर बैठे है फिर दोनो बात भी नही कर रहे है दोनो की साथ | ये देख कर सारे स्टूडेंट्स तो जलन होते थे स्नेहा और नेहा की ऊपर लेकिन ये देख कर कोई भी स्टूडेंट्स को अच्छा नही लग रहा था |

 

जो भी लड़की स्नेहा और नेहा को पुछ रहे थे क्या हुआ है वो दोनो कुछ नही बोल रहे थे | ऐसे ही दो दिन बीत गया ,और सारे क्लास में सबको पता चल गया की राज और स्नेहा दोनो प्यार करते है | क्लास की स्टूडेंट्स को भी पता चल गया राज की कारण स्नेहा और नेहा दोनो पहली जैसा दोस्त नही रहे |

 

राज और स्नेहा की प्यार दिन बा दिन बढ़ता गया और दोनो उतना करीब भी आने लगे | राज और स्नेहा दोनो सहर में पार्क और रेस्टोरेंट और सिनेमा मॉल जाते थे | राज एक बिजनेसमैन का बेटा था इसलिए वो स्नेहा को यहां वहां घूमने भी खाने केलिए भी बुलाता था | ये सारे बात क्लास में सब स्टूडेंट्स को पता चला गया की राज और स्नेहा ऐसे घूमते है ,ये बात नेहा को भी पता चला गया लेकिन नेहा क्या कर सकता स्नेहा तो नेहा की साथ बात भी नही करता है |

 

ऐसे ही दिन चला गया और 9th क्लास खतम होने केलिए और 1 महीना बाकी है | एक दिन राज ने स्नेहा को उसकी घर को बुलाया और बोला की घर में कोई नही है , मम्मी पापा बाहर गए है | स्नेहा वोही सहर में रहे रहा था ,लेकिन स्नेहा मना कर रहा था नही रात में नही जाऊंगा फिर तुम्हारे घर | कितना बार राज बोलने की बाद स्नेहा राजी होगया राज की घर जाने केलिए | स्नेहा एक ऑटो से राज की घर में गया |

 

राज स्नेहा को अंदर बुलाया और स्नेहा अंदर गया ,तब राज ने स्नेहा की साथ इनिमेट होने केलिए जा रहा था | स्नेहा राज से दूर चला आया और बोला ये क्या कर रहे हो राज ये अभी नही शादी की बाद ,सिर्फ पापी अभी केलिए बास | राज ने गुस्से से बोला तुझे क्या यहां अकेला बुलाया था तेरी चेहरे को देखने केलिए,तू क्या सोच रहा है तू ऐश्वर्या राय है जो तुझे प्यार करू | राज ने बोला तेरे जैसा लड़की कितने आते जाते है तू जायेगा तो मुझे कोई फरक नही पड़ेगा | तब स्नेहा ने रो कर बोला नेहा ने सही बोल रहा था किसीको इतना जल्दी बिस्वास मत कर |

 

तब राज की घर की कॉलिंग बेल बजा | राज जा कर घर की दरवाजा खोला तो देखा पुलिस आया है | तब पुलिस की साथ नेहा भी आया था ,नेहा को देख कर स्नेहा रोते रोते आकर नेहा को गले लगाया और बोला नेहा मुझे माफ करना तेरी बात नही सुना था | नेहा ने स्नेहा को बोला इसलिए तो मुझे शक हो रहा था की राज तेरे को इतना घुमाता क्यों है इतना जल्दी इसलिए हर समय तुम दोनो की ऊपर नजर रखा था ,कहां जा रहे हो क्या कर रहे हो |

 

नेहा ने स्नेहा को बोला में कल तेरे घर गया था और तेरे कमरे पर एक mic रखा था ,तू क्या बात कर रहा है वो कमरे पर में सब सुन रहा था ,आज जब ये बात सुन राज तुझे उसकी घर बुलाता है अकेला मुझे शक हुआ इसलिए में पुलिस को ले कर आगया | स्नेहा ने बोला ये राज मेरे से इंटिमेट होने के लिए यहां बुलाया था ,तब राज ने बोला स्नेहा हम दोनो प्यार करते है | पुलिस ने बोला तेरा प्यार जेल में छोड़ते है तब पुलिस ने राज को अरेस्ट कर लिया |

 

स्नेहा और नेहा घर गए और स्नेहा नेहा को माफी मांग और फिर पहले जैसा दोनो मिलकर हस खूसी में रहने लगे |

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