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Kingdom : राजा की साम्राज्य

एक गांव का नाम था गोपालपुर ये गांव ओडिशा राज्य का कटक जिला का एक पुरानी गांव है | ये गांव का बहुत रहस्य था ये गांव में ऐसी घटना घटी है जो कभी भी गोपालपुर गांव की लोग भूल नहीं सकते है | अभी गोपालपुर गांव में जो लोग रहते है उनका पूर्वज की समय ये गांव में बहुत कुछ ऐसी घटना घटी है जो सुने की बाद हर कोई डर कर छुपेंगा |

 

एक दिन मीडिया रिपोर्टर ये गोपालपुर गांव की रहस्य की बारे में पता करने केलिए गोपालपुर गांव में गए | और गोपालपुर गांव की लोग से मीडिया रिपोर्टर कुछ सवाल पूछे | मीडिया रिपोर्टर ने गांव वाले को पूछे ऐसे कैसी रहस्य है ये गांव में जो सुने का हर किसका बात की नही | गांव वाले ने वो मीडिया रिपोर्टर को गांव की एक बुजुर्ग की पास ले गए |

 

गांव की एक बुजुर्ग आदमी को मीडिया रिपोर्टर ने पूछा चाचा जी आप बता सकते हो ये गोपालपुर गांव का रहस्य | वो बुजुर्ग आदमी ने धीरे से बोला ह बताऊंगी ये गांव की रहस्य | तब मीडिया रिपोर्टर ने कैमरा और mic को on करके वो बुजुर्ग आदमी की पास रख लिया | तब वो बुजुर्ग आदमी ने गोपालपुर गांव का रहस्य बताया |

 

200 साल पहले हमारे ये गोपालपुर गांव में एक राजा थे उनका नाम सत्यवान था | राजा सत्यवान बहुत अच्छे थे वो खुद की परिवार की साथ हमारे गांव और आस पास कई गांव की लोग की देखभाल करते थे | सारे लोग राजा सत्यवान को भगवान समझते थे क्यों की लोग की हर मुश्किल वक्त में राजा सत्यवान उनकी पास पहुंच जाते थे | किसी भी लोग को जो अबस्यक होता था तब राजा सत्यवान उसकी सारी अबस्यक पूर्ण कर देते थे | ऐसे ही राजा सत्यवान का अच्छा कर्म सारे राज्य में फेल गया | सारे लोग राजा सत्यवान को बहुत प्यार करते थे और भगवान को तरह आदर भी करते थे |

 

राजा सत्यवान का पत्नी का नाम रानी मीरा है | रानी मीरा भी राजा सत्यवान की तरह बहुत अच्छे थे वो भी राजा की तरह लोग की अच्छाई चाहते थे |

 

राजा सत्यवान का इतना बड़ा साम्राज्य था लेकिन वो साम्राज्य का कोई उत्तराधिकारी नही थे | अभी तक भी राजा सत्यवान का कोई पुत्र या पुत्री जन्म नही लिए थे | कोई उत्तराधिकारी नही थे इसलिए राजा और रानी दोनो बहुत ही परीशान में रहते थे |

 

राजा सत्यवान का दो भाई थे लेकिन वो दो भाई सिर्फ राजा सत्यवान की साम्राज्य में रहते थे लेकिन वो किसी काम का नही थे | वो दो भाई का नाम साम और मनु ,साम और मनु राजा सत्यवान का खुद का भाई नही थे वो राजा सत्यवान की पिता का दूसरे पत्नी का बेटे थे |

 

साम और मनु राजा सत्यवान से बहुत क्रोधित थे क्यों की राजा सत्यवान उनको कुछ पूछता नही था राज्य की बारे में | राजा सत्यवान को मालूम था ये साम और मनु किसी काम का नही ये लोग की अच्छाई नही खुद को अच्छाई चाहते है | राजा सत्यवान साम और मनु को इसलिए उसकी साम्राज्य में रखा था क्यों की वो दोनो भाई राजा सत्यवान की पिता का बेटे थे | अभी राजा सत्यवान की पिता और माता दोनो की मृत्यु होगया है और साम ,मनु की माता का भी मृत्यु होगया है | अभी सारी परिवार का देखवाला सिर्फ राजा सत्यवान करते है |

 

यहां राजा सत्यवान की शादी की 5 साल होगया है लेकिन उनकी कोई पुत्र या पुत्री नही हो रहा है और वहां साम ,मनु दोनो राजा सत्यवान की ऊपर क्रोधित है | साम और मनु दोनो चाहते है की सत्यवान भाई उनको साम्राज्य का ज़िम्मेदारी दे | लेकिन राजा सत्यवान को साम और मनु की ऊपर थोड़ा भी भोरासा नही था की वो साम्राज्य का ज़िम्मेदारी उठा सकते है |

 

पुत्र या पुत्री नही होने की कारण राजा सत्यवान सोचते रहे साम्राज्य का उत्तराधिकारी किसीको दू | ऐसे सोचते सोचते राजा सत्यवान का तबियत दिन बा दिन खराब होते जा रहा था | रानी मीरा हर दिन भगवान शिव को पूजा करते थे और पुत्र या पुत्री को वरदान भगवान शिव को मांगते थे | कुछ दिन बाद रानी मीरा को एहसास होगया की उनकी पेट में अभी बचा है | ये बात सारे गांव और साम्राज्य में फेल गया और ये बात सुन कर राजा सत्यवान भी बहुत खुस होगए |

 

राजा सत्यवान का तबियत अभी थोड़ा सुधार होने लगा उनको बचा होगा ये बात सुन कर | लेकिन साम और मनु दोनो ये बात सुन कर बहुत ही गुस्से थे उनको लगा की राजा सत्यवान की कोई बेटा और बेटी होगा तो वो साम्राज्य का राजा होगा | तब साम और मनु ने सोचे की रानी मीरा की पेट में जो बचा है उसको ही अब मार देते है |

 

रानी मीरा पहली बार बचा को जन्म देंगे ये बात पर सारे गांव की लोग भी खुस थे | एक दिन रानी मीरा जिस ग्लास में दूध पीते थे वो ग्लास में साम और मनु ने जहर मिला कर दूध भर दिए | रानी मीरा को लगा की उनकी नौकर सैयद आज जल्दी ही दूध की ग्लास यहां रख कर गया है | रानी मीरा में दूध की ग्लास को पीने लगे और कुछ समय बाद रानी मीरा नीचे गिर गए |

 

कुछ समय बाद सारे साम्राज्य में चहल मच गया की रानी मीरा की दूध की ग्लास में कोई जहर मिलाया था | राजा सत्यवान क्रोधित हो कर रानी मीरा की नौकर को गली दिए | रानी मीरा की चिकित्सा होने की कुछ समय बाद पता चला की रानी मीरा की साथ उनकी पेट में जो बचा था उसका भी मृत्यु होगया है |

 

ये बात सुन कर राजा सत्यवान को लगा की उनकी पैर की नीचे से मिटी चला गया है ,तब राजा सत्यवान नीचे गिर गए | राजा सत्यवान को नीचे गिर कर देख कर सारे साम्राज्य को लोग घबरा गए | और पता चला की राजा सत्यवान भी अब नही रहे इस दुनिया में | अब साम और मनु दोनो भाई बहुत खुस होगए |

 

कुछ महीने बाद राजा सत्यवान को साम्राज्य को साम और मनु दोनो सासन किए | साम और मनु की सासन से सारे गांव की लोग बहुत गुस्से थे लेकिन गांव की लोग क्या कर सकते है |

 

ऐसे ही दिन बा दिन बीत चला गया ……

साम और मनु दोनो अब शादी भी कर लिए है और साम का दो बेटे है और मनु की एक बेटा है | साम और मनु अब दोनो की अंदर नही पड़ता है | साम चाहता है की उसकी बेटा राजा बनेगा और मनु चाहता है की उसकी बेटा राजा बनेगा |

 

साम और मनु दोनो हर दिन लड़ते थे एक दिन दोनो भाई साम और मनु झगड़ा करते थे किसका बेटा राजा बनेगा | तब साम ने हतीआर धारा था और मनु भी हतीआर धारा था | दोनो भाई बहुत जोर से झगड़ा करने लगे किसका बेटा राजा बनेगा तब साम की अंदर राजा सत्यवान का आत्मा घुस गया और साम गुस्से से मनु की ऊपर आक्रमण करने केलिए गया ,तब मनु ने देखा साम उसकी ऊपर आक्रमण करने आ रही है तब मनु भी साम की आक्रमण करने केलिए गया |

 

साम को अंदर तो राजा सत्यवान को आत्मा था और राजा सत्यवान ने साम को अंदर रहे कर मनु की पेट में हतियार घुस दिया और मनु ने साम को पेट में हतियार गुस्सा दिया | ऐसे दोनो भाई साम और मनु दोनो भाई की मृत्यु होगया वहां |

 

तब साम और मनु की पत्नी और बेटा सारे वो साम्राज्य छोड़ कर उनकी मायके चल गए |

 

लेकिन तब से वो राजा सत्यवान की साम्राज्य पर साम और मनु की आत्मा घूरता रहता है | बहुत साल बाद वो साम्राज्य पर जो रहने गया उसका मौत होगया | इसलिए राजा सत्यवान की वो साम्राज्य पर कोई नही रहता है | अब भी वो साम्राज्य है लेकिन वहां कोई नही जाता है की कोई रहता नही है |

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