हम जिसे प्यार करते थे
वो थी मेरी चांदनी ,
कितना सोना था मेरी चांदनी
हम उसको प्यार से बोलते थे राजनंदिनी ,
कहां चला गया वो दिन
दोनो मिला करते थे हर दिन ,
सुभा से रात तक
प्यार में खो जाते थे हम दोनो ,
ऐसा कोई नही था एक दिन
बात नही करते थे हम दोनो ,
वो मुझे भूल गया
में अभी तक नही भुला ,
वो अभी मुझे बोल रहा है
जो होगया होगया ,
उसको क्यों फरक पड़ेगा
अभी तो उसका शादी होगा ,
ऐसे कैसे मुझे भूल गया
पैसे के पीछे वो चला गया ,
जब तुझे पैसे वाले चाहिए था
क्यों मुझे तेरे प्यार में फसाया था ,
जब तुझे जो पसंद आया वो तुझे दिया
फिर भी तू मुझे ऐसे धोका दिया ,
तेरी जरूरत से ज्यादा तुझे सब दिया
तू अभी सब कुछ भूल गया ,
बातें ऐसा करती थी
जैसे दुनिया के बारे में कुछ मालूम नही थी ,
मुझे बोला था
मुझे पैसा नही तुम चाहिए ,
अभी बोल रहा है
मुझे तुम नही पैसावाला चाहिए ,
तेरी गलत से में माफी बोल रहा था
वोही समय पर मुझे समझना चाहिए था ,
तेरे लिए गिफ्ट लाने केलिए
एक्स्ट्रा काम कर रहा था ,
ऐसे पागलपन में
तेरे लिए क्यों हो रहा था ,
मासूम चेहरा ,खामोशी जैसा आंख
प्यारी भरा बातें सब झूठ था ,
इतने दिन से
में एक साँप पाल रहा था ,
तुझे भूल नहीं पा रहा हूं
तुझे सच्ची प्यार जो कर रहा हूं ,
मेरे से जो किया है तुमने
जिसको शादी कर रहे हो
उसके साथ ऐसे नही करोगे तुमने ,
मेरी याद नहीं आयेगा तुमको
क्यों की तुम प्यार करते हो पैसा को ,
जैसे हो तुम खुस रहो हमेशा
याद रखना पैसा अच्छा चीज नहीं है हमेशा ,
इस दुनिया में मेरी कोई नही था
तुम मेरी दुनिया हो सोच लिया था ,
तुमसे दूर जाता हूं राजनंदिनी
खुस रहो हमेशा मेरी राजनंदिनी ।।।।।।।
Written by-Pranav